उत्तराध्ययन सूत्र 21/14
।। सीहो व सद्देण न संतसेज्जा ।। सिंह के समान निर्भीक; केवल शब्दों से न डरिये सिंह कितना निर्भय होता है! हाथी की चिंघाड़ से भी वह नहीं…
।। सीहो व सद्देण न संतसेज्जा ।। सिंह के समान निर्भीक; केवल शब्दों से न डरिये सिंह कितना निर्भय होता है! हाथी की चिंघाड़ से भी वह नहीं…
।। रुहिरकयस्स वत्थस्स रुहिरेणं चेव ।। ।। पक्खालिज्जमाणस्स णत्थि सोही ।। रक्त-सना वस्त्र रक्त से ही धोया जाये तो वह शुद्ध नहीं होता आग को आग से नहीं बुझाया…
नमस्कार मंत्र की मौलिक विशेषताएँ १. नमस्कार मंत्र में कसी व्यक्ति विशेष को नमस्कार नहीं करके वितराग तथा त्यागी आत्माओं को नमस्कार किया है।२. इस मंत्र की कोई एक अधिष्ठता…